How to Forget the Past and Live in the Now
चिंता पूरी क्षमता से काम नहीं करने देती। अगर हम किसी चिंता में डूबे रहते है तो हमारे काम में ताक़त और जोश नहीं रहता और न ही हम कुछ ठीक से कर पाते है। अक्सर लोग अपनी असफलता के लिए अपनी निजी परेशानियों के लिए को दोष देते है। अपने बीते हुए कल की कमियों गलतियों में उलझे रहते है। और दूसरी तरफ उन्हें भविष्य की चिंता उन्हें बड़े फैसले लेने और आगे बढ़ने से रोकती है। असल में भूत और भविष्य की चिंता दोनों ही हमारे दिमाग की उपज है। हम ही उन्हें अपने तरीके से बनाते है और उसे बार बार सोच कर परेशान है। हमारे सारे डर हम खुद ही बनाते है। बीते हुए कल के लिए आप जितना मर्जी अफ़सोस कर ले उसे बदल नहीं सकते , कितना अच्छा होता के हम पीछे जाकर सब ठीक कर सकते, लेकिन ऐसा सम्भव ही नहीं लेकिन वतर्मान में रह कर अपने आने वाले कल को बेहतर बना सकते है। अगर हम भूत में उलझे रहेंगे तो वर्तमान को नहीं जी पाएंगे। चिंता में उलझे रहने से आप अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाएंगे अपने वर्तमान को जीने के लिए और अपने भूत से निकलने के लिए आपको दो काम करने की जरूरत है। 1 . अपने पास्ट को स्वीकार करना। जबतक आप